कब्जा हटाकर फेका गया मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ का सामान पड़ा है.बाहर..!! कल भोपाल जिले के आला अधिकारियों के साथ लगभग तीन सौ पुलिस वालो की उपस्थिति में कार्यवाही की गई
अब बनेगा देश का पहला मीडिया सेंटर जहां प्रदेश के दूरदराज इलाकों से आने वाले पत्रकारों के रुकने के लिए होगी व्यवस्था सस्ती दरों पर ।
भोपाल के रविन्द्र भवन से बड़ा होगा हाल । भोपाल के पत्रकार भवन की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास निष्फल हो गया ।
वर्षों से पत्रकार भवन समिति एवं भवन पर अवैध कब्जा कर रखा था ।
पत्रकार भवन की जमीन की लीज समाप्त हो जाने के कारण जमीन पर सरकार ने अपने आधिपत्य में लेकर प्रदेश के जनसंपर्क विभाग को आवंटित कर दी गई लेकिन एक व्यक्ति ने कलेक्टर भोपाल , कमिश्नर भोपाल , रेवेन्यू बोर्ड से हारने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की हाई कोर्ट की सिंगल बेंच में हारने के बाद हाईकोर्ट की दो सदस्यीय पीठ में अपील दायर की ।
हाई कोर्ट के दो सदस्यीय पीठ ने भी कलेक्टर भोपाल के आदेश को यथावत रखते हुए अपील दायर करने बालों पर रुपए पचास हजार का जुर्माना लगाया और अपील खारिज कर दी ।
राजनैतिक दबाव के चलते पत्रकार भवन को जमींदोज करनें में समय लगा पर अब सभी पत्रकारों में एक विश्वास जागा है कि उन्हें सर्वसुविधायुक्त भवन शीघ्र मिलेगा,एवम् इस कार्य में प्रशासन को श्रमजीवी पत्रकार परिषद भी अपना पूरा सहयोग प्रदान करेगा।