उन्नाव रेप कांड में जैसे-जैसे जज ने अपना फैसला पढ़ना शुरू किया, कुलदीप सेंगर को अंदाजा हो गया कि इस मामले में उसे दोषी ठहराया जा रहा है. पूरा फैसला सुनने से पहले ही उसके चेहरे के भाव बदलने शुरू हो गए और वह बेहद परेशान दिख रहा था.
उन्नाव रेप केस में कुलदीप सिंह सेंगर दोषी
रेप मामले में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सीबीआई की विशेष अदालत ने सोमवार को दोषी करार दिया है. वहीं, शशि सिंह को कोर्ट ने बरी कर दिया. सेंगर पर अपहरण और हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं. केस की सुनवाई खत्म होने के बाद जिला जज धर्मेश शर्मा ने कहा था कि वह 16 दिसंबर को अपना फैसला सुनाएंगे. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस केस को लखनऊ से दिल्ली ट्रांसफर किया गया था. ट्रांसफर होने के बाद 5 अगस्त से रोजाना इस मामले की सुनवाई हो रही थी. 17 दिसंबर को कुलदीप सिंह सेंगर की सजा पर बहस होगी.
• कोर्ट का आदेश सुनते ही बैचेन हो उठा सेंगर
घड़ी की सुइयों ने आज जैसे ही दोपहर के 3 बजाए. तीस हजारी कोर्ट में जज धर्मेश शर्मा ने एक ऐसा फैसला सुनाना शुरू किया जिस पर पूरे देश की निगाहें थीं. जी हां, यह मामला था उन्नाव रेप केस में फैसला सुनाने का और इस मामले में आरोपी था एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर. सेंगर को 5 मिनट पहले ही पुलिस तिहाड़ से कोर्ट रूम लेकर आई थी.
जैसे-जैसे जज ने अपना फैसला पढ़ना शुरू किया कुलदीप सेंगर को अंदाजा हो गया कि इस मामले में उसे दोषी ठहराया जा रहा है. पूरा फैसला सुनने से पहले ही उसके चेहरे के भाव बदलने शुरू हो गए. बेहद परेशान दिख रहा था. जैसे ही जज ने सेंगर से मुखातिब होते हुए कहा, 'नाबालिग से बलात्कार के आरोप में मैं आप को दोषी ठहरा रहा हूं.' कुलदीप सिंह सेंगर कोर्ट के इस आदेश को सुनने के बाद बेहद परेशान और बेचैन हो उठा. उसके चेहरे को कोई भी उस वक्त पढ़ सकता था.
4 महीने से ज्यादा चली सुनवाई
आस-पास खड़ी उसकी महिला रिश्तेदार रोने लगीं. 4 महीने से ऊपर चली सुनवाई में यह पहली बार था जब सेंगर इतना बेचैन और परेशान था. कुलदीप सिंह सेंगर को अक्सर तिहाड़ से तीस हजारी कोर्ट सुनवाई के दौरान पेश किया जाता था और वह हंसता हुआ बेहद सामान्य तरीके से कोर्ट में पेश होता था, लेकिन आज पहली बार था कि कोर्ट रूम में दाखिल होते ही वो बेहद गंभीर नजर आ रहा था. आज उसने अपने किसी रिश्तेदार या वकील से भी कोर्ट रूम में पेश होने के बाद कोई बातचीत नहीं की. आज जब आदेश सुनाया गया तो कोर्ट में उसकी बहन के रोने से पहले से ही बेचैन कुलदीप सेंगर और परेशान हो उठा.
सह आरोपी शशि की तबीयत भी बिगड़ी
वहीं, अभी कोर्ट पूरा आदेश पढ़ भी नहीं पाया था कि इस बीच इस मामले की सह आरोपी रही शशि सिंह की तबीयत भी काफी बिगड़ गई. वह जज के सामने ही बिफर कर रोने लगी. इतना ही नहीं वह बेहोश होकर गिर भी पड़ी. जेल से उसको लेकर आई महिला पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे उसे जमीन से उठाकर कुर्सी पर बैठाया. हालांकि, इस बीच कोर्ट की कार्रवाई चलती रही और जज अपना फैसला सुनाते रहे. शशि सिंह को पानी पिलाया गया और फिर बताया गया के जज ने उसे बरी कर दिया है. कोर्ट ने शशि सिंह को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया है.