राज्यपाल से मिले CM नाथ, बोले- हमारे 22 विधायक कैद लेकिन मैं सरकार बचा लूंगा..
एयरपोर्ट के लाउंज तक आने के बाद वापस लौटे विधायक
भोपाल/नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में सियासी उथल-पुथल चरम पर है। सिंधिया गुट के विधायकों का भोपाल आना आखिरी समय पर कैंसिल हो गया। इस बीच राज्यपाल ने बेंगलुरु से इस्तीफा भेजने वाले 6 मंत्रियों को राज्यपाल ने कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया है। शुक्रवार राज्यपाल से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री ने इसकी सिफारिश की थी। राज्यपाल से मुलाकात के दौरान सीएम ने प्रदेश में भाजपा द्वारा की जा रही विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर 3 पेज का पत्र सौंपा हैराज्यपाल से मिलने के बाद मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं 10 साल मुख्यमंत्री रहूंगा। भाजपा षड्यंत्र कर रही है तो उसे करने दोउन्होंने कहा कि मैंने राज्यपाल को बताया कि हमारे 22 विधायकों को कैद किया गया है उनसे मीडिया सहित अन्य किसी लोगों का संपर्क नहीं हो पा रहा, यह पूरा षड्यंत्र भाजपा का है मैं पूरी हिम्मत और जोश से इस सरकार को बचा लूंगा। कमलनाथ ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए हैं। साथ ही राज्यपाल से मांग की है वे गृहमंत्री अमित शाह से बेंगलुरु में कथित तौर पर बंधक विधायकों को मुक्त कराने के लिए कहें। पहले विधायकों को कैद करें फिर फ्लोर टेस्ट की मांग करें यह पूरी तरह से गलत है।
सिंधिया समर्थक 22 विधायकों के भोपाल आने को लेकर सुबह से ही चर्चा बनी हुई थी। इसको लेकर भोपाल एयरपोर्ट पर भारी पुलिसबल तैनात किया गया था। वहीं पर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 144 लगा दी। इस घटनाक्रम के बाद बेंगलुरु के एयरपोर्ट तक पहुंच चुके विधायकों ने भोपाल आना कैंसिल कर दिया और वे वापस होटल की ओर लौट गए। इससे पहले उनके लिए तीन चार्टर्ड विमान बेंगलुरु एयरपोर्ट पर खड़े थे। लेकिन भोपाल के हालात देखते हुए उन्होंने यहां न आने का फैसला किया।
स्पीकर ने 3 घंटे किया स्पीकरतीफा देनेवास विधायगीताशास्त विधायकों का इंतजार, देंगे अगली तारीख
सिंधिया समर्थक कुल 22 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपने इस्तीफे भेजे हैं। इसके बाद स्पीकर ने नोटिस जारी कर विधायकों को हाजिर होने के लिए कहा था। इनमें से 6 विधायकों को शुक्रवार, 7 विधायकों को शनिवार और बाकी 9 विधायकों को रविवार को उपस्थित होना है। एनपी प्रजापति ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने वाले 6 विधायकों को आज मिलने का समय दिया था। प्रजापति ने कहा- मैंने आज तीन घण्टे तक विधायकों का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया। कल फिर नए विधायकों का इंतजार करूंगा। आज जो विधायक नहीं पहुंचे, उन्हें अगली तारीख दी जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है मैंने नियम प्रक्रिया के आधार पर मैं विधायकों से बात कररूंगा, मैं नियमों में बैठा हुआ हूं इसलिए अब उन्हें अगली तारीख दी जाएगी।